Joun Ghum Ka Hajoom Se Nikly Urdu/Hindi Sad Poetry 4 Lines Poetry





جون غم کے ہجوم سے نکلے
اور جنازہ بھی بڑی دھوم سے نکلے
اور جنازے میں ہو یہ شور حزیں
آج وہ مر گیا جو تھا ہی نہیں



जून दुख की भीड़ से बाहर आया
और अंतिम संस्कार भी बड़ी धूमधाम से हुआ
और अंतिम संस्कार में, इस शोर को शोक मनाओ
आज वह मर गया क्योंकि वह कभी नहीं था

Post a Comment

0 Comments